CONSIDERATIONS TO KNOW ABOUT HANUMAN MOHINI MANTRA

Considerations To Know About hanuman mohini mantra

Considerations To Know About hanuman mohini mantra

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भगवान बजरंग बली जी की यह छोटी सी स्तुति नित्य पढ़िए प्रभु की कृपा से सदा मंगल होगा

हनुमान जी को सदा से साहस, बल , बुद्धि और वीरता प्रधान करने वाले भगवन के रूप में जाना जाता है

अगर देवताओं में भगवान श्री भोलेनाथ के बाद कोई देव है जो अपने भक्तों से अति शीघ्र प्रसन्न होकर उनकी हर मनोकामना पूरी करते हैं तो वह सिर्फ भगवान श्री हनुमान हैं। आदिकाल से ऐसा यह कहा जाता है कि जो भी भक्त सच्चे मन से श्रद्धापूर्वक श्री हनुमान की पूजा करता है और उनसे मदद की गुहार लगाता है वह कभी बेकार नहीं जाती श्री हनुमान छोटे-छोटे उपायों और मंत्रों से अति शीघ्र प्रसन्न हो जाते हैं, और अपने भक्तों को मनोवांछित फल प्रदान करते हैं ।

हफ्ते में किस दिन व्रत रखने से क्या फल मिलता है

हनुमान जी के इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति को कोर्ट से जुड़े मामलों में लाभ मिलता है। इसके प्रभाव से फैसला आपके पक्ष में आ सकता है या फिर आपको कोर्ट की तरफ से कोई राहत मिल सकता है।

महामारी, अमंगल, ग्रह-दोष एवं भूत-प्रेतादि नाश के लिए हनुमान मंत्र ऊँ ऐं श्रीं ह्रां ह्रीं ह्रं ह्रौं ह्रः ऊँ नमो भगवते महाबलाय-पराक्रमाय भूतप्रेतपिशाचीब्रह्मराक्षसशाकिनीडाकिनीयक्षिणी click here पूतनामा-रीमहामारीराक्षसभैरववेतालग्रहराक्षसादिकान् क्षणेन हन हन भंजन भंजन मारय मारय शिक्षय शिक्षय महामाहेश्वररुद्रावतार ऊँ ह्रं फट् स्वाहा।

लाभ – इस मन्त्र के जप से शत्रुओं से रक्षा, शत्रु विजय, सभी रोग के निवारण का फल प्राप्त होता है.

Expensive sir, I'm a daily reader of your respective blog, just ought to clarify concerning the black crow sadhna, this sadhna is in fact a bir sadhna, you will find fifty two sorts of bir,and the above mantra invokes the kalua bir or veer, the sadhna is finished in nath sampraday.



वातात्मजम् वानरयूथमुख्यम् श्रीरामदूतम् शरणम् प्रपद्ये॥

हनुमान जी को प्रसन्न करने के हनुमान मंत्र:-

हनुमान जी के सर्व कार्य सिद्धि मंत्र ऊँ नमो हनुमते रुद्रावताराय पच्चवदनाय पश्चिममुखे गरुडाय सकलविघ्ननिवारणाय रामदूताय स्वाहा।

The legend from the union of Mohini-Vishnu and Shiva may additionally be published as Section of the will to possess a typical little one of the two cosmic patriarchs of Hinduism.[55] Worship[edit]

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